इंजन खराब होने के संकेत – भारतीय ड्राइवर्स के लिए गाइड
- abtotexblog
- 28 फ़र॰
- 3 मिनट पठन

गाड़ी का इंजन इसका दिल होता है। अगर यह सही चले तो सफर स्मूथ रहता है, लेकिन जरा सी गड़बड़ और झंझट बढ़ सकती है। अगर समय रहते इंजन की दिक्कतों को पहचान लिया जाए, तो महंगे रिपेयर और सड़क पर फंसने से बचा जा सकता है।
1. चेक इंजन लाइट ऑन होना
अगर डैशबोर्ड पर "Check Engine" लाइट जल रही है, तो इसे हल्के में मत लो।
छोटी दिक्कतें: ढीला फ्यूल कैप या खराब ऑक्सीजन सेंसर।
बड़ी दिक्कतें: कैटेलिटिक कन्वर्टर खराब होना या इंजन मिसफायर।
समस्या छोटी हो या बड़ी, सही समय पर इसे चेक करवाना जरूरी है।
2. इंजन से अजीब आवाजें आना
अगर गाड़ी चलाते समय इंजन से अनोखी आवाजें आ रही हैं, तो ध्यान देना जरूरी है।
नॉकिंग या टैपिंग: इंजन के पार्ट्स सही से लुब्रिकेट नहीं हो रहे।
हिसिंग: वैक्यूम लीक या क्रैक्ड होज़ हो सकती है।
क्लंकिन्ग या ग्राइंडिंग: इंजन के अंदर के हिस्से आपस में रगड़ खा रहे हैं।
समय पर ध्यान दिया तो बड़ी मरम्मत से बचा जा सकता है।
3. एग्जॉस्ट से ज्यादा धुआं निकलना
धुएं का रंग देखकर समझ सकते हो कि समस्या क्या है:
काला धुआं: ज्यादा फ्यूल जल रहा है (फ्यूल फिल्टर या इंजेक्टर खराब)।
नीला धुआं: इंजन में ऑयल जल रहा है (वाल्व सील या पिस्टन रिंग खराब)।
सफेद धुआं: कूलेंट लीक होकर इंजन में जल रहा है (हेड गैस्केट लीकेज)।
ग्रे धुआं: ऑयल या ट्रांसमिशन फ्लूड जल रहा है (फ्लूड लीक की जांच करो)।
अगर धुआं लगातार आ रहा है, तो मैकेनिक को दिखाना जरूरी है।
4. इंजन ज्यादा गरम होना
अगर गाड़ी बार-बार ओवरहीट हो रही है तो मामला गंभीर हो सकता है।
कारण: लो कूलेंट लेवल, खराब रेडिएटर, या थर्मोस्टेट में दिक्कत।
संकेत: टेम्परेचर गेज रेड ज़ोन में चला जाए या बोनट से भाप निकले।
इंजन ओवरहीट हो, तो तुरंत रोको, कूल होने दो और कूलेंट चेक करो। जरूरत पड़े तो मैकेनिक के पास जाओ।
5. गाड़ी की पिकअप और माइलेज कम होना
अगर गाड़ी स्लो एक्सलरेट हो रही है या माइलेज घट गया है, तो हो सकता है:
फ्यूल फिल्टर बंद हो गया हो।
स्पार्क प्लग या एयर फिल्टर खराब हो।
फ्यूल इंजेक्शन सिस्टम में दिक्कत हो।
रेगुलर मेंटेनेंस से ये दिक्कतें टाली जा सकती हैं।
6. गाड़ी के नीचे से लीक होना
अगर गाड़ी पार्क करने के बाद नीचे ऑयल या कोई और लिक्विड गिरा हो, तो ध्यान दो:
ऑयल लीक: सील्स खराब हो सकती हैं या ऑयल पैन में क्रैक हो सकता है।
कूलेंट लीक: इंजन ओवरहीट हो सकता है।
समय रहते इन्हें ठीक करवाओ वरना इंजन डैमेज हो सकता है।
7. गाड़ी चलाते वक्त झटके लगना या इंजन का कांपना
संभावित कारण: स्पार्क प्लग खराब, सिलेंडर मिसफायर, या फ्यूल सप्लाई प्रॉब्लम।
नुकसान: अगर इसे नजरअंदाज किया तो इंजन को ज्यादा नुकसान हो सकता है।
जल्दी से जल्दी इसे मैकेनिक को दिखाओ।
8. पेट्रोल या डीजल ज्यादा खर्च होना
अगर गाड़ी अचानक ज्यादा पेट्रोल पीने लगे, तो कुछ सही नहीं है:
संभावित कारण: खराब ऑक्सीजन सेंसर, फ्यूल इंजेक्टर में दिक्कत, या इंजन मिसफायर।
इफेक्ट: ज्यादा फ्यूल खर्च और गाड़ी की परफॉर्मेंस कम हो जाती है।
इंजन की रेगुलर ट्यूनिंग से माइलेज सही रखा जा सकता है।
9. गाड़ी बार-बार बंद होना (स्टॉलिंग)
अगर गाड़ी अपने आप बंद हो रही है, खासकर धीमी स्पीड पर, तो खतरा हो सकता है।
संभावित कारण: खराब फ्यूल पंप, जाम हुआ फ्यूल फिल्टर, या इलेक्ट्रिकल प्रॉब्लम।
सेफ्टी रिस्क: ट्रैफिक में गाड़ी बंद होना खतरनाक हो सकता है।
समस्या का कारण जानकर जल्दी ठीक करवाना जरूरी है।
10. अजीब गंध आना
अगर गाड़ी से अजीब स्मेल आ रही है, तो समझो कुछ गड़बड़ है।
जली हुई बदबू: ऑयल लीक या इलेक्ट्रिकल वायरिंग की समस्या।
मीठी बदबू: कूलेंट लीक हो सकता है।
अजीब गंध को इग्नोर मत करो, वरना इंजन या एग्जॉस्ट सिस्टम को नुकसान हो सकता है।
निष्कर्ष
अगर गाड़ी का इंजन कोई भी अजीब संकेत दे रहा है, तो उसे नजरअंदाज मत करो। रेगुलर मेंटेनेंस से इंजन की लाइफ बढ़ती है और महंगे रिपेयर से बच सकते हो। छोटी समस्या को जल्दी पकड़ लोगे तो बड़ी परेशानी से बच जाओगे। "समय रहते सुधार, वरना बड़ा खुमार!"
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